19 अक्टूबर, 2024 को क्योटो, जापान में, कार्यक्रम सभापति श्री हिडेकी याबुहारा ने लेखक श्री प्रेम रावत जी और उनकी सबसे ज़्यादा बिकने वाली पुस्तक "हिअर यॉरसेल्फ़" के बहुप्रतीक्षित जापानी संस्करण का परिचय कराया। शांति के लिए मानवता की निरंतर लालसा के बारे में चर्चा करते हुए श्री प्रेम रावत जी ने करुणा के लिए पहचाने जाने के महत्व पर भी ज़ोर दिया।
कार्यक्रम का समापन श्री प्रेम रावत जी के द्वारा उपस्थित सभी लोगों पर एक अमिट छाप छोड़ते हुए, दर्शकों के छह प्रश्नों के उत्तरों के साथ हुआ।
श्री प्रेम रावत जी ने यूनाइटेड किंगडम में पहली बार 1971 में ग्लैस्टनबरी के पिरामिड स्टेज पर अपने विचार व्यक्त किए थे। तब से वह अक्सर यूनाइटेड किंगडम में आते रहे हैं। अब, लगभग 53 साल बाद, 8 जून, 2024 को, उन्होंने ब्राइटन में फिर से अपना अनोखा, सम्मोहक और हृदयस्पर्शी संदेश साझा किया।
जीवन का आनंद लेने और इसे समझने की कला पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित करते हुए उन्होंने कहा कि, हालांकि हम जीवन को थाम नहीं रख सकते, लेकिन हम उससे मिलने वाले आनंद को संजो सकते हैं। चाहे हम लगातार बदलती तकनीकों से जूझ रहे हों या दुनिया में हो रही घटनाओं से घबरा रहे हों, हम अपना विवेक जगा सकते हैं और अपने समय का सदुपयोग कर सकते हैं।
अब आप अपनी क्लासिक या प्रीमियर सदस्यता द्वारा हिंदी अनुवाद सहित, सुविधानुसार ब्राइटन कार्यक्रम का पुनः प्रसारण देख या सुन सकते हैं।
श्री प्रेम रावत जी ने यूनाइटेड किंगडम में पहली बार 1971 में ग्लैस्टनबरी के पिरामिड स्टेज पर अपने विचार व्यक्त किए थे। तब से वह अक्सर यूनाइटेड किंगडम में आते रहे हैं। अब, लगभग 53 साल बाद, 8 जून, 2024 को, उन्होंने ब्राइटन में फिर से अपना अनोखा, सम्मोहक और हृदयस्पर्शी संदेश साझा किया।
जीवन का आनंद लेने और इसे समझने की कला पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित करते हुए उन्होंने कहा कि, हालांकि हम जीवन को थाम नहीं रख सकते, लेकिन हम उससे मिलने वाले आनंद को संजो सकते हैं। चाहे हम लगातार बदलती तकनीकों से जूझ रहे हों या दुनिया में हो रही घटनाओं से घबरा रहे हों, हम अपना विवेक जगा सकते हैं और अपने समय का सदुपयोग कर सकते हैं।
अब आप अपनी क्लासिक या प्रीमियर सदस्यता द्वारा हिंदी अनुवाद सहित, सुविधानुसार ब्राइटन कार्यक्रम का पुनः प्रसारण देख या सुन सकते हैं।
29 सितंबर, 2024 को न्यू ज़ीलैंड के ऑकलैंड में श्री प्रेम रावत जी के साथ एक सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 613 अतिथियों ने भाग लिया और दुनिया भर में सीधे प्रसारण द्वारा 10,000 दर्शकों को आकर्षित किया। माओरी सम्प्रदाय के प्रमुख़ो के स्वागत के साथ सभा की शुरुआत हुई, जिसमें भूमि के संरक्षक के रूप में उनकी भूमिका का सम्मान किया और आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया गया।
श्री प्रेम रावत जी ने संभावना के क्षणों के महत्व पर चर्चा की, जो हर मनुष्य के पास रोज़ाना शांति का अनुभव करने के लिए होती है। उन्होंने 'वर्तमान' में जीने के भ्रम और सांस की शक्ति के द्वारा हमें वर्तमान में वापस लाने की बात की।
29 सितंबर, 2024 को न्यू ज़ीलैंड के ऑकलैंड में श्री प्रेम रावत जी के साथ एक सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें 613 अतिथियों ने भाग लिया और दुनिया भर में सीधे प्रसारण द्वारा 10,000 दर्शकों को आकर्षित किया। माओरी सम्प्रदाय के प्रमुख़ो के स्वागत के साथ सभा की शुरुआत हुई, जिसमें भूमि के संरक्षक के रूप में उनकी भूमिका का सम्मान किया और आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया गया।
श्री प्रेम रावत जी ने संभावना के क्षणों के महत्व पर चर्चा की, जो हर मनुष्य के पास रोज़ाना शांति का अनुभव करने के लिए होती है। उन्होंने 'वर्तमान' में जीने के भ्रम और सांस की शक्ति के द्वारा हमें वर्तमान में वापस लाने की बात की।
दिल्ली, भारत में इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित इस विशेष समारोह के दौरान, श्री प्रेम रावत जी को उनके 58 वर्षों के अथक प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया। श्री प्रेम रावत जी पिछले 58 वर्षो से दुनिया भर से लोगों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। एक शिक्षक होने के नाते, आत्म-ज्ञान द्वारा हम कैसे परमानंद का अनुभव कर सकते हैं, इस विषय में वे व्यावहारिक तरीके भी साझा करते हैं।
उन्होंने इन वर्षों में दुनिया भर के लोगों को आत्म-ज्ञान के माध्यम से पूर्णता का अनुभव करने के लिए शिक्षा और मार्गदर्शन दिया है।
स्टेडियम में उपस्थित दर्शकों के अलावा, टाइमलेस टुडे® की वेबसाइट और ऐप्प पर तथा 19,870 आभासिक दर्शक प्रेम रावत जी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल द्वारा इस समारोह में शामिल हुए।